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Bagalamukhi pujan for hidden enemy

बगलामुखी पूजा

बगलामुखी माता को दस महाविद्याओं में से एक माना जाता है। उनकी पूजा तंत्र साधना में विशेष महत्व रखती है। बगलामुखी पूजा का मुख्य उद्देश्य शत्रुओं का नाश, कानूनी मामलों में विजय, और जीवन में सफलता प्राप्त करना होता है। यह पूजा सामान्यतः पीले वस्त्र धारण करके, पीले आसन पर बैठकर, और पीले फूलों एवं हल्दी की माला के साथ की जाती है।

बगलामुखी पूजा की विधि:

  1. पूजा की तैयारी: स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पीले आसन पर बैठें।
  2. मंत्र जप: बगलामुखी मंत्र “ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा” का जप करें।
  3. हवन: घी, तिल, और जौ से हवन करें और हर आहुति के साथ बगलामुखी मंत्र का उच्चारण करें।
  4. भोग: बगलामुखी माता को हल्दी और बेसन के लड्डू का भोग लगाएं।
  5. आरती: बगलामुखी माता की आरती करें और अंत में प्रसाद वितरित करें।

बगलामुखी पूजा के लाभ:

  1. शत्रुनाश: यह पूजा शत्रुओं का नाश करती है और उन्हें निष्क्रिय करती है।
  2. कानूनी विजय: न्यायालय के मामलों में विजय दिलाती है।
  3. आर्थिक समृद्धि: आर्थिक समस्याओं को दूर करके धन-धान्य की वृद्धि करती है।
  4. वाणी में शक्ति: वाणी में शक्ति और प्रभाव बढ़ाती है जिससे व्यक्ति की बातों में दम होता है।
  5. सुरक्षा: नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करती है।
  6. बाधा निवारण: जीवन की सभी बाधाओं और कठिनाइयों को दूर करती है।
  7. मानसिक शांति: मानसिक तनाव को कम करके शांति और स्थिरता प्रदान करती है।
  8. स्वास्थ्य लाभ: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारती है।
  9. पारिवारिक सुख: परिवार में सुख, शांति, और समृद्धि लाती है।
  10. सफलता: कार्यक्षेत्र में सफलता और उन्नति दिलाती है।
  11. भयमुक्ति: अनजाने भय और आशंकाओं से मुक्ति दिलाती है।
  12. आध्यात्मिक उन्नति: साधक की आध्यात्मिक उन्नति करती है और आत्मबल को बढ़ाती है।

Bagalamukhi stambhan mantra for strong protection

बगलामुखी स्तंभन मंत्र (Baglamukhi Stambhan Mantra):
“ॐ ह्लीं बगलामुखी शत्रुं स्तम्भय कार्य सिद्धये ह्लीं स्वाहा॥” “OM HLREEM BAGALAMUKHI SHATRUM STAMBHAY KARYA SIDDHAYE HLREEM SVAHA”

शत्रुओं को रोकने वाली (Stops Enemies):
यह मंत्र शत्रुओं को रोकने और उनके विरुद्ध कार्य को बाधित करने में सहायक होता है।

तंत्र बाधा को नष्ट करने वाली (Destroys Tantric Obstacles):
इस मंत्र का जाप करने से तंत्रिक बाधाएँ नष्ट होती हैं और व्यक्ति को उसके बनाए गए किसी भी प्रकार के उद्देश्य से मुक्ति मिलती है।

छुपे शत्रुओं से बचाने वाली (Protects from Hidden Enemies):
यह मंत्र छुपे शत्रुओं से बचाने में सहायक होता है और उनके नकारात्मक प्रभाव को दूर करता है।

मंत्र जप मुहुर्थ (Auspicious Timing for Mantra Chanting):

  • सूर्योदय के समय
  • संध्या काल
  • अमावस्या या पूर्णिमा

दिन (Days):

  • मंगलवार
  • शनिवार
  • रविवार

Bagalamukhi chalisa for hidden enemy

बगलामुखी चालीसा (Baglamukhi Chalisa):
बगलामुखी चालीसा का पाठ देवी बगलामुखी की प्रशंसा के लिए की जाती है और इसका पाठ करने से माता की कृपा, सुरक्षा व सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।

बगलामुखी चालीसा से लाभ (Benefits of Baglamukhi Chalisa):

  • मानसिक शांति और स्थिरता
  • अद्भुत साहस और स्थिरता
  • शत्रुओं और विघ्नों से मुक्ति
  • अच्छा स्वास्थ्य और दीर्घायु

कितने दिन इस चालीसा का पाठ करें (Duration of Recitation):
बगलामुखी चालीसा का पाठ नियमित रूप से ४० दिनों तक करें। यह चालीसा नियमित और श्रद्धापूर्वक पाठ करने से उनकी कृपा प्राप्ति होती है और उनके आशीर्वाद से जीवन में समृद्धि आती है।

श्री बगलामुखी चालीसा
(Shri Baglamukhi Chalisa)

|| दोहा ||

नमो महाविद्या बरदा, बगलामुखी दयाल।
स्तम्भन क्षण में करे, सुमरित अरिकुल काल।। 1

(Chaupai)

नमो नमो पीताम्बरा भवानी, बगलामुखी नमो कल्यानी।
भक्त वत्सला शत्रु नशानी, नमो महाविद्या वरदानी।। 2

अमृत सागर बीच तुम्हारा, रत्न जड़ित मणि मंडित प्यारा।
स्वर्ण सिंहासन पर आसीना, पीताम्बर अति दिव्य नवीना।। 3

स्वर्णाभूषण सुन्दर धारे, सिर पर चन्द्र मुकुट श्रृंगारे।
तीन नेत्र दो भुजा मृणाला, धारे मुद्गर पाश कराला।। 4

भैरव करे सदा सेवकाई, सिद्ध काम सब विघ्न नसाई।
तुम हताश का निपट सहारा, करे अकिंचन अरिकल धारा।। 5

तुम काली तारा भुवनेशी, त्रिपुर सुन्दरी भैरवी वेशी।
सिंहवाहिनी शत्रु संहारी, जगत जननी जग को सुखकारी।। 6

वाक् सिद्धि बुद्धि मेधा धारी, भक्तजन मन की सब मनकारी।
सब विद्या कला तूं ही दाता, दुष्ट ग्रहों को करे निरुद्धा।। 7

शत्रु तांत्रिक जाल बिछावे, मारण उच्चाटन को उपजावे।
तब ध्यान करे जो तुम्हारा, शत्रु नाश होवे क्षण में सारा।। 8

मान मुख मुद्रा का विधान, शत्रु नाश का करे निदान।
पीताम्बर रज उपर लिख के, शत्रु के नाम का करे निशान।। 9

यह चालीसा जो कोई पढ़े, शत्रु बाधा तुरंत टले।
मनवांछित फल शीघ्र हीं पाए, संकट सब दूर हो जाय।। 10

|| दोहा ||

जय बगलामुखी दयामयी, सिंहवाहिनी जग पालिनी।
दुष्ट ग्रह शत्रु नाश करे, दुःख दरिद्र सब दूर करे।। 11

|| इति श्री बगलामुखी चालीसा सम्पूर्ण ||

Mata pitambara mantra for success & relation

मां पीतांबरा माता बगलामुखी का प्रमुख स्वरूप है। ये पीतांबरा मंत्र मंगलकार्य मे सफलता देता है जैसे कि शादी व्याह मे अडचन, कार्य सिद्धि, नौकरी व ब्यापार मे तरक्की मे सफलता देता है। यहां कुछ प्रमुख लाभ हैं जो पीतांबरा मंत्र के जाप से प्राप्त हो सकते हैं:

  1. आशीर्वाद: पीतांबरा मंत्र के जाप से व्यक्ति को आशीर्वाद मिलता है और उसके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
  2. सफलता: पीतांबरा के जाप से व्यक्ति की कार्यशीलता बढ़ती है और उसे सफलता की प्राप्ति होती है।
  3. बुद्धि विकास: पीतांबरा व्यक्ति की बुद्धि को विकसित करता है और उसे अच्छे निर्णय लेने में मदद करता है।
  4. कष्ट निवारण: पीतांबरा मंत्र के जाप से व्यक्ति के कष्ट और परेशानियाँ दूर होती हैं और उसे सुख-शांति मिलती है।
  5. आत्म-विश्वास: पीतांबरा के मंत्र का जाप करने से व्यक्ति का आत्म-विश्वास बढ़ता है और उसमें सकारात्मकता आती है।
  6. संयम और ध्यान की शक्ति: मंत्र के जाप से व्यक्ति का मन नियंत्रित होता है और उसकी ध्यान शक्ति बढ़ती है।
  7. रक्षा कवच: मंत्र के जाप से व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जाओं से रक्षा मिलती है।
  8. समृद्धि: मंत्र के जाप से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और उसे समृद्धि मिलती है।
  9. शुभ संकल्प: मंत्र के जाप से व्यक्ति के मन में शुभ संकल्प और उद्दीपना आती है।
  10. आत्मिक उन्नति: पीतांबरा मंत्र के नियमित जाप से व्यक्ति की आत्मिक उन्नति होती है और उसे अपने जीवन के लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद मिलती है।

Pitambara mantra- “ॐ ह्ल्रीं पीतांबरे ह्ल्रीं स्वाहा” “OM HLREEM PITAAMBARE HLREEM SVAHA”

Bagala khadag mala mantra for protection & evil eye

बगला खडग माला मंत्र एक प्राचीन मंत्र है जिसे विभिन्न साधनाओं और ध्यान में उपयोग किया जाता है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति आत्म-संयम, ध्यान, रोग प्रतिरोधक व शत्रु का सामना करने की शक्ति विकसित होती है।

बगला खडमाला मंत्र: “ॐ ह्ल्रीं बगलामुखी खडगमाले मम् कार्य सिद्धिं देही देही स्वाहा” “OM HLREEM BAGALAMUKHI KHADAGAMAALE MAMM KARYA SIDDHIM DEHI DEHI SVAHA”

इस मंत्र का जाप करते समय व्यक्ति को बागला माता को ध्यान में लाना चाहिए और मन में पूर्वाभ्यास करते हुए मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के नियमित जाप से व्यक्ति की मानसिक शक्ति बढ़ती है और उसकी अध्यात्मिक उन्नति होती है।

बगला खडग माला मंत्र के जाप से कई लाभ हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य लाभ हैं जो इस मंत्र के नियमित जाप से प्राप्त हो सकते हैं:

  1. मानसिक शांति: मंत्र के जाप से मन की शांति और स्थिरता मिलती है। यह मानसिक चिंताओं और तनाव को कम करने में सहायक होता है।
  2. आत्म-विश्वास की वृद्धि: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति का आत्म-विश्वास बढ़ता है और उसकी आत्म-समर्थता में सुधार होता है।
  3. बुद्धि विकास: बगला खडग माला मंत्र के जाप से व्यक्ति की बुद्धि विकसित होती है और वह अपने दैनिक कार्यों को समझने में अधिक सक्षम होता है।
  4. संयम और ध्यान की शक्ति: इस मंत्र के नियमित जाप से व्यक्ति का मन नियंत्रित होता है और ध्यान की शक्ति बढ़ती है।
  5. कष्ट निवारण: बगला खडग माला मंत्र के जाप से अनेक प्रकार के कष्टों और संघर्षों का निवारण होता है।
  6. रोग निवारण: इस मंत्र के जाप से शारीरिक और मानसिक रोगों का निवारण हो सकता है।
  7. समृद्धि और सफलता: बगला खडग माला मंत्र के जाप से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और उसे समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
  8. रक्षा कवच: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जाओं से रक्षा मिलती है और उसे संरक्षण की कवच मिलती है।
  9. सम्मोहन शक्ति: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति की सम्मोहन शक्ति बढ़ती है और उसे लोगों को प्रभावित करने की क्षमता मिलती है।
  10. आत्मिक उन्नति: बगला खडग माला मंत्र के जाप से व्यक्ति की आत्मिक उन्नति होती है और उसे अपने जीवन के लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद मिलती है।

Mata Bagalamukhi chalisa for protection

बगलामुखी चालीसा का पाठ किसी भी मंगलवार से ४१ दिन तक लगातार करना चाहिये। इससे आपको सुख शांति के साथ सुरक्षा भी प्राप्त होती है।

श्री बगलामुखी चालीसा
जय बगलामुखी माता!

चौपाई

|| जय जय बगलामुखी माता।
|| रक्षक संकट हारी॥
|| पीताम्बर धारिणी सुन्दरी।
|| त्रिपुर सुन्दरी भवानी॥1॥

|| कमल आसन पर विराजती।
|| मुख तीन नेत्र शोभा॥
|| हस्त वर मुद्रा अद्भुत।
|| वाणी स्तम्भन करो माता॥2॥

|| शत्रु दलन करो शीघ्र।
|| विजय दिलाओ जग माता॥
|| विद्या बुद्धि की देवी।
|| कला प्रदान करो माता॥3॥

|| भक्ति भाव से करूँ प्रार्थना।
|| रक्षा करो जग माता॥
|| दुःख दारिद्र दूर करो।
|| सुख समृद्धि दो माता॥4॥

|| ऋण मुक्ति करो शीघ्र।
|| मनोरथ पूर्ण करो माता॥
|| भय शंका दूर करो।
|| शत्रुओं का नाश करो माता॥5॥

|| स्तम्भन मन्त्र की देवी।
|| वशीकरण करो माता॥
|| मोहिनी शक्ति की देवी।
|| मन मोह लो माता॥6॥

|| काम वशीकरण करो।
|| स्त्री-पुरुष वशीकरण करो माता॥
|| ग्रह बाधा दूर करो।
|| रोग नाश करो माता॥7॥

|| सौभाग्य वृद्धि करो।
|| कीर्ति यश दो माता॥
|| विद्या ग्रहण कराओ।
|| बुद्धि दो माता॥8॥

|| परीक्षा में सफलता दो।
|| विवादों में विजय दो माता॥
|| राज-कारोबार में वृद्धि दो।
|| धन-दौलत दो माता॥9॥

|| पुत्र-पौत्र दो माता।
|| सुख-समृद्धि दो माता॥
|| गृह-कलह दूर करो।
|| शांति दो माता॥10॥

|| बगलामुखी चालीसा जो पढ़े।
|| मनोरथ पूर्ण होते हैं॥
|| बगलामुखी माता की कृपा।
|| सदैव बनी रहती है॥11॥

|| जय बगलामुखी माता!

इस चालीसा का पाठ करने से माँ बगलामुखी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।

Bagalamukhi beej mantra for hidden enemy

बगलामुखी बीज मंत्र का उच्चारण व जाप करने से मान्यता है कि व्यक्ति को कठिनाईयों एवं विघ्नों से छुटकारा मिलता है और उसे सामर्थ्य एवं साहस की वृद्धि होती है। यह मंत्र किसी भी कार्य में सफलता प्राप्ति के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है। बगलामुखी बीज मंत्र का जाप निम्नलिखित है:

बगलामुखी बीज मंत्र- “ह्लीं” “HLREEM”

इस मंत्र का नियमित जाप करने से बगलामुखी देवी की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति की रक्षा करती है। इसके अलावा, यह मंत्र नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने में मदद कर सकता है और व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। इसे नियमित ध्यान एवं जाप के साथ उच्चारण करने से अधिक प्रभावी परिणाम मिल सकते हैं।

बगलामुखी बीज मंत्र के नियमित जाप से कई लाभ हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य लाभ दिए जा रहे हैं:

  1. कठिनाईयों एवं विघ्नों से छुटकारा: इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को कठिनाईयों और विघ्नों से निजी और व्यापारिक जीवन में छुटकारा मिल सकता है।
  2. सामर्थ्य और साहस की वृद्धि: बगलामुखी बीज मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को सामर्थ्य और साहस में वृद्धि हो सकती है, जिससे उसकी सभी कार्यों में सफलता मिल सकती है।
  3. कष्टों का नाश: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति के जीवन से कष्टों एवं दुर्भाग्य का नाश हो सकता है।
  4. असाध्य से साध्य बनाना: बगलामुखी बीज मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को असाध्य से साध्य बनाने की क्षमता मिल सकती है।
  5. रक्षा करना: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति की रक्षा की जा सकती है और उसे नकारात्मक ऊर्जा से बचाव मिल सकता है।
  6. विद्यार्थी और उद्यमी लोगों के लिए: विद्यार्थी और उद्यमी लोग इस मंत्र का जाप करके अध्ययन और कार्य में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
  7. मनोविकारों से मुक्ति: इस मंत्र का जाप करने से मानसिक चिंताओं और मनोविकारों से मुक्ति मिल सकती है।
  8. अद्भुत ऊर्जा और चेतना: बगलामुखी बीज मंत्र का जाप करने से अद्भुत ऊर्जा और चेतना का विकास हो सकता है जो व्यक्ति को सकारात्मक दिशा में ले जा सकता है।
  9. संकटों से रक्षा: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को संकटों से रक्षा मिल सकती है और उसे समस्त बुराईयों से मुक्ति मिल सकती है।
  10. अध्यात्मिक विकास: इस मंत्र का नियमित जाप करने से व्यक्ति का अध्यात्मिक विकास हो सकता है और उसे अपने आत्मा की अद्वितीयता का अनुभव हो सकता है।

Brahmastra vidya mantra for wish & protection

ब्रह्मास्त्र विद्या मंत्र: शक्तिशाली मंत्रों का समूह

ब्रह्मास्त्र विद्या मंत्र शक्तिशाली मंत्रों का एक समूह है, जिनमे बगलामुखी, पीतांबरा, हरिद्रा गणेश व मृत्युंजय भैरव की शक्तियां समाहित होती है।

ब्रह्मास्त्र विद्या मंत्र लाभ:

  • आत्मरक्षा: ब्रह्मास्त्र विद्या मंत्र आपको शारीरिक और आध्यात्मिक दोनों तरह से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
  • शत्रुओं पर विजय: ये मंत्र आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में मदद करते हैं।
  • मनोकामना पूर्ति: ये मंत्र आपकी मनोकामनाओं को पूरा करने में मदद करते हैं।
  • ज्ञान और विद्या: ये मंत्र आपको ज्ञान और विद्या प्राप्त करने में मदद करते हैं।
  • सिद्धि प्राप्ति: ये मंत्र आपको विभिन्न प्रकार की सिद्धियां प्राप्त करने में मदद करते हैं।
  • मोक्ष प्राप्ति: ये मंत्र आपको मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं।

ब्रह्मास्त्र विद्या मंत्रों का जाप कैसे करें:

  • इन मंत्रों का जाप करने के लिए किसी गुरु या योग्य व्यक्ति से दीक्षा लेना आवश्यक है।
  • मंत्र जाप करते समय पूर्ण विधि-विधान का पालन करना आवश्यक है।
  • मंत्र जाप नियमित रूप से करना चाहिए।
  • मंत्र जाप के दौरान मन को शांत रखें और किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचारों को मन में न आने दें।

सावधानी:

  • ब्रह्मास्त्र विद्या मंत्र अत्यंत शक्तिशाली होते हैं। इनका प्रयोग केवल शुभ उद्देश्यों के लिए ही करना चाहिए।
  • इन मंत्रों का प्रयोग गलत तरीके से करने से हानिकारक परिणाम हो सकते हैं।

यह मंत्र पीतांबरा, हरिद्रा गणेश व मृत्युंजय भैरव की कृपा के साथ जीवन में सफलता, खुशहाली और सुरक्षा प्राप्त प्राप होती है।

Mrutyunjay bhairav mantra for strong protection

मृत्युंजय भैरव मंत्र- भगवान भैरव को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र

मृत्युंजय भैरव, ये माता बगलामुखी के प्रधान भैरव माने जाते है। मृत्युंजय भैरव भगवान भैरव को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है। भगवान भैरव भगवान शिव के विनाशकारी स्वरूप माने जाते हैं। भगवान मृत्युंजय भैरव मंत्र के जप से हरिद्रा गणेश व माता बगलामुखी की कृपा भी मिलती है।

मृत्युंजय भैरव मंत्र के लाभ:

  • अकाल मृत्यु से रक्षा: यह मंत्र अकाल मृत्यु और दुर्घटनाओं से रक्षा करता है।
  • रोगों से मुक्ति: यह मंत्र सभी प्रकार के रोगों और स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति दिलाता है।
  • भय और शंका का नाश: यह मंत्र भय, शंका और नकारात्मक विचारों को दूर करता है।
  • ग्रह दोषों का निवारण: यह मंत्र ग्रह दोषों के दुष्प्रभावों को दूर करता है।
  • शत्रुओं पर विजय: यह मंत्र शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में मदद करता है।
  • साहस और आत्मविश्वास: यह मंत्र साहस और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
  • धन-संपत्ति में वृद्धि: यह मंत्र धन-संपत्ति में वृद्धि और व्यापार में सफलता प्रदान करता है।
  • मोक्ष प्राप्ति: यह मंत्र मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।

मृत्युंजय भैरव मंत्र का जाप कैसे करें:

  • इस मंत्र का जाप 108 बार या 11 माला जप कर सकते हैं।
  • मंत्र जाप करते समय काले रंग के वस्त्र पहनें।
  • मंत्र जाप दक्षिण दिशा की ओर मुख करके बैठकर करें।
  • मंत्र जाप करते समय ध्यान केंद्रित करें और भगवान भैरव की कल्पना करें।
  • मंत्र जाप के बाद भगवान भैरव को भोग लगाएं।

मृत्युंजय भैरव मंत्र:

“ॐ ह्रीं मृत्युंजय भैरवाय ह्रौं नमः” “OM HREEM MRTYUNJAY BHAIRAVAAY HROUM NAMAHA”

ध्यान रखें:

  • मंत्र जाप करते समय पूर्ण विधि-विधान का पालन करना आवश्यक है।
  • मंत्र जाप नियमित रूप से करना चाहिए।
  • मंत्र जाप के दौरान मन को शांत रखें और किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचारों को मन में न आने दें।

यह मंत्र माता बगलामुखी की कृपा के साथ जीवन में सफलता, खुशहाली और सुरक्षा प्राप्त करने मदत करता है।

Haridra ganesha mantra for removing obstacles

हरिद्रा गणेश मंत्र- विघ्नों का नाश करने वाला और मनोकामना पूर्ण करने वाला

हरिद्रा गणेश मंत्र भगवान गणेश को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है। ये माता बगलामुखी के गणेश माने जाते है। भगवान गणेश को बुद्धि, विद्या, समृद्धि, और शुभकामनाओं का देवता माना जाता है।

हरिद्रा गणेश मंत्र के लाभ:

  • विघ्नों का नाश: यह मंत्र जीवन में आने वाले सभी प्रकार के विघ्नों को दूर करने में मदद करता है।
  • मनोकामना पूर्ति: यह मंत्र मनोवांछित फल प्राप्ति में सहायक होता है।
  • शत्रुओं पर विजय: यह मंत्र शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में मदद करता है।
  • ग्रह दोषों का निवारण: यह मंत्र ग्रह दोषों के दुष्प्रभावों को दूर करने में मदद करता है।
  • धन-संपत्ति में वृद्धि: यह मंत्र धन-संपत्ति में वृद्धि और व्यापार में सफलता प्रदान करता है।
  • विद्या प्राप्ति: यह मंत्र शिक्षा में सफलता और विद्या प्राप्ति में सहायक होता है।
  • मोह-आकर्षण: यह मंत्र मोह-आकर्षण और प्रेम प्राप्ति में सहायक होता है।
  • नौकरी प्राप्ति: यह मंत्र नौकरी प्राप्ति में सहायक होता है।

हरिद्रा गणेश मंत्र का जाप कैसे करें:

  • इस मंत्र का जाप 108 बार या 11 माला जप कर सकते हैं।
  • मंत्र जाप करते समय पीले रंग के वस्त्र पहनें।
  • मंत्र जाप पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठकर करें।
  • मंत्र जाप करते समय ध्यान केंद्रित करें और भगवान गणेश की कल्पना करें।
  • मंत्र जाप के बाद भगवान गणेश को भोग लगाएं।

हरिद्रा गणेश मंत्र:

“ॐ गं ग्लौं हरिद्रा गणपतये नमः” “OM GAMM GLAUMM HARIDRA GANAPATAYE NAMAHA”

ध्यान रखें:

  • मंत्र जाप करते समय पूर्ण विधि-विधान का पालन करना आवश्यक है।
  • मंत्र जाप नियमित रूप से करना चाहिए।
  • मंत्र जाप के दौरान मन को शांत रखें और किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचारों को मन में न आने दें।

यह मंत्र माता बगलामुखी की कृपा के साथ जीवन में सफलता और खुशहाली भी प्रदान करता है।

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