हरिद्रा गणेश मंत्र- विघ्नों का नाश करने वाला और मनोकामना पूर्ण करने वाला
हरिद्रा गणेश मंत्र भगवान गणेश को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है। ये माता बगलामुखी के गणेश माने जाते है। भगवान गणेश को बुद्धि, विद्या, समृद्धि, और शुभकामनाओं का देवता माना जाता है।
हरिद्रा गणेश मंत्र के लाभ:
- विघ्नों का नाश: यह मंत्र जीवन में आने वाले सभी प्रकार के विघ्नों को दूर करने में मदद करता है।
- मनोकामना पूर्ति: यह मंत्र मनोवांछित फल प्राप्ति में सहायक होता है।
- शत्रुओं पर विजय: यह मंत्र शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में मदद करता है।
- ग्रह दोषों का निवारण: यह मंत्र ग्रह दोषों के दुष्प्रभावों को दूर करने में मदद करता है।
- धन-संपत्ति में वृद्धि: यह मंत्र धन-संपत्ति में वृद्धि और व्यापार में सफलता प्रदान करता है।
- विद्या प्राप्ति: यह मंत्र शिक्षा में सफलता और विद्या प्राप्ति में सहायक होता है।
- मोह-आकर्षण: यह मंत्र मोह-आकर्षण और प्रेम प्राप्ति में सहायक होता है।
- नौकरी प्राप्ति: यह मंत्र नौकरी प्राप्ति में सहायक होता है।
हरिद्रा गणेश मंत्र का जाप कैसे करें:
- इस मंत्र का जाप 108 बार या 11 माला जप कर सकते हैं।
- मंत्र जाप करते समय पीले रंग के वस्त्र पहनें।
- मंत्र जाप पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठकर करें।
- मंत्र जाप करते समय ध्यान केंद्रित करें और भगवान गणेश की कल्पना करें।
- मंत्र जाप के बाद भगवान गणेश को भोग लगाएं।
हरिद्रा गणेश मंत्र:
“ॐ गं ग्लौं हरिद्रा गणपतये नमः” “OM GAMM GLAUMM HARIDRA GANAPATAYE NAMAHA”
ध्यान रखें:
- मंत्र जाप करते समय पूर्ण विधि-विधान का पालन करना आवश्यक है।
- मंत्र जाप नियमित रूप से करना चाहिए।
- मंत्र जाप के दौरान मन को शांत रखें और किसी भी प्रकार के नकारात्मक विचारों को मन में न आने दें।
यह मंत्र माता बगलामुखी की कृपा के साथ जीवन में सफलता और खुशहाली भी प्रदान करता है।