मां पीतांबरा माता बगलामुखी का प्रमुख स्वरूप है। ये पीतांबरा मंत्र मंगलकार्य मे सफलता देता है जैसे कि शादी व्याह मे अडचन, कार्य सिद्धि, नौकरी व ब्यापार मे तरक्की मे सफलता देता है। यहां कुछ प्रमुख लाभ हैं जो पीतांबरा मंत्र के जाप से प्राप्त हो सकते हैं:
- आशीर्वाद: पीतांबरा मंत्र के जाप से व्यक्ति को आशीर्वाद मिलता है और उसके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
- सफलता: पीतांबरा के जाप से व्यक्ति की कार्यशीलता बढ़ती है और उसे सफलता की प्राप्ति होती है।
- बुद्धि विकास: पीतांबरा व्यक्ति की बुद्धि को विकसित करता है और उसे अच्छे निर्णय लेने में मदद करता है।
- कष्ट निवारण: पीतांबरा मंत्र के जाप से व्यक्ति के कष्ट और परेशानियाँ दूर होती हैं और उसे सुख-शांति मिलती है।
- आत्म-विश्वास: पीतांबरा के मंत्र का जाप करने से व्यक्ति का आत्म-विश्वास बढ़ता है और उसमें सकारात्मकता आती है।
- संयम और ध्यान की शक्ति: मंत्र के जाप से व्यक्ति का मन नियंत्रित होता है और उसकी ध्यान शक्ति बढ़ती है।
- रक्षा कवच: मंत्र के जाप से व्यक्ति को नकारात्मक ऊर्जाओं से रक्षा मिलती है।
- समृद्धि: मंत्र के जाप से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और उसे समृद्धि मिलती है।
- शुभ संकल्प: मंत्र के जाप से व्यक्ति के मन में शुभ संकल्प और उद्दीपना आती है।
- आत्मिक उन्नति: पीतांबरा मंत्र के नियमित जाप से व्यक्ति की आत्मिक उन्नति होती है और उसे अपने जीवन के लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद मिलती है।
Pitambara mantra- “ॐ ह्ल्रीं पीतांबरे ह्ल्रीं स्वाहा” “OM HLREEM PITAAMBARE HLREEM SVAHA”