देवी बगलामुखी: शक्ति और विजय दिलाने वाली देवी
देवी बगलामुखी १० महाविद्या देवीयों में से आठवीं महाविद्या हैं। इन्हें “पीतांबरा”, “ब्रह्मास्त्र विद्या” के नाम से भी जाना जाता है। देवी बगलामुखी को “मोहिनी शक्ति” की देवी भी माना जाता है।
देवी बगलामुखी का स्वरूप:
- देवी बगलामुखी पीले रंग की सिंहासन पर विराजमान रहती हैं।
- इनके दाहिने हाथ में पीला कमल का फूल और बाएं हाथ में वज्र होता है।
- इनकी जीभ शत्रुओं को शांत करने की मुद्रा में होती है।
देवी बगलामुखी की शक्तियां:
- देवी बगलामुखी शत्रुओं पर विजय प्राप्ति, मुकदमे जीतने, वाद-विवाद में सफलता,
- ऋण मुक्ति, मनोकामना पूर्ति, भय और शंका का नाश, शिक्षा में सफलता
- और ग्रहों के दुष्प्रभावों से रक्षा प्रदान करने वाली देवी हैं।
देवी बगलामुखी के मंत्र:
- बीज मंत्र: ॥ह्ल्रीं॥ hlreem.
- बगला मंत्रः ॐ ह्ल्रीं बगलामुखी सर्व दुष्टानाम् वाचम् मुखम् पदम् स्तंभय जीव्हा कीलय बुद्धि विनाशय ह्ल्रीं ॐ स्वाहा.
- OM HLREEM BAGALAMUKHI SARVA DISHTAANAAM VAACHAM MUKHAMM PADAMM STAMBHAY JEEVHA KEELAY BUDDHI VINAASHAY HLREEM OM SVAAHAA.
- देवी बगलामुखी की पूजा पीले रंग के वस्त्र पहनकर की जाती है।
- इनकी पूजा के लिए पीले फूलों, पीले रंग की मिठाई और पीले नारियल का भोग लगाया जाता है।
- देवी बगलामुखी मंगलवार से करना शुभ माना जाता है।
देवी बगलामुखी की उपासना ईश्वरीय शक्ति प्राप्ति, शत्रुओं पर विजय प्राप्ति, मनोकामना पूर्ति और जीवन में सफलता प्राप्त करने का एक शक्तिशाली साधन है।