बगलामुखी स्तोत्र
बगलामुखी देवी का स्तोत्र शक्तिशाली और अद्भुत होता है। इस स्तोत्र के पाठ से शत्रुओं का नाश, रोगों का निदान और हर प्रकार की बाधाओं से मुक्ति प्राप्त होती है। यह पाठ मंगलवार से शुरु करके लगातार ४१ दिन करना चाहिये।
मार्गाम्भोजं रत्नसारैः सितमणिमणिबिंबैरभिनवं।
जगन्नेत्रं जातं त्रिभुवनभवं योगजनकम्॥
कलाकारं ज्योतिः करकमलसंपर्कसुभगं।
सुखैश्वैर्यैर्देयं गणितमरुणाद्यैः प्रणमताम्॥
महास्तंभं रंभापरिसदनमाक्रामति यथा।
अतिक्रान्तं यान्तं त्रिदशवरनारीजननुतम्॥
मयूरं चक्रं च ध्वजमथ बाणं च दधतं।
ध्वनिं रक्षं चैकं प्रणमति नमस्तेऽस्तु भगवन्॥
शिवं शक्तिं शंभोः परिशतसखायं गणपतेः।
कुमारं विघ्नेशं प्रभवति भवेत्त्वं च जगताम्॥
प्रभावं ते लोकं प्रणमति सविध्वंसितभयं।
भवाब्धौ मग्नानां तव चरणसंपर्कसुभगम्॥
विभोः स्थानं स्थातुं तव चरणदास्यं विजयते।
जनो यस्तं वंद्यः स भवति नमस्तेऽस्तु भगवन्॥
तवेदं सूक्तं या पठति रजनौ या च दिवसे।
विशेषेण स्तोत्रं भवति भवरोगस्य विजयम्॥
विमुक्तस्तं यांतं विमलमनसं चारुचरणं।
सदा भक्त्या युक्तं व्रजति स सदा गोपवदनः॥
॥ इति श्री बगलामुखी स्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥
बगलामुखी स्तोत्र पाठ के लाभ
- शत्रुनाश: शत्रुओं का नाश होता है और वे निष्क्रिय हो जाते हैं।
- मानसिक शांति: मानसिक तनाव कम होता है और शांति मिलती है।
- सुरक्षा: नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा मिलती है।
- सफलता: कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है।
- स्वास्थ्य: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- बाधा निवारण: जीवन की सभी बाधाओं और कठिनाइयों का निवारण होता है।
- धन-धान्य की वृद्धि: आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है और धन-धान्य की वृद्धि होती है।
- वाणी में प्रभाव: वाणी में शक्ति और प्रभाव बढ़ता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: साधक की आध्यात्मिक उन्नति होती है।
- भयमुक्ति: अनजाने भय और आशंकाओं से मुक्ति मिलती है।
- परिवारिक सुख: परिवार में सुख, शांति, और समृद्धि आती है।
- कानूनी विजय: न्यायालय के मामलों में विजय प्राप्त होती है।
बगलामुखी स्तोत्र का नियमित पाठ श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से साधक को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं और जीवन में हर प्रकार की सफलता प्राप्त होती है।